सेना प्रशिक्षण कमान (आरट्रैक) के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला ने सोमवार को राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से शिष्टाचार भेंट की।
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल ने राज्यपाल को आरट्रैक संबंधी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में युवाओं को सैन्य सेवाओं में प्रशिक्षित करने को कई रक्षा प्रशिक्षण संस्थान खोले गए हैं। उन्हांेने कहा कि देश में युद्ध कमान, सैन्य विज्ञान तथा संबंधित प्रौद्योगिकी, सेना की रणनीतियों तथा तकनीकों में पेशेवर सैनिकों को प्रशिक्षित करने के लिए कई अकादमियां और कॅालेज भी हैं।
श्री शुक्ला ने कहा कि सेना के पास हाई एल्टीटयूड वारफेयर स्कूल भी है, जो पर्वत, ऊंचाई और हिम युद्ध में स्वीकृत सिद्धांतों के विशेष प्रशिक्षण और प्रसार के लिए सेना की नोडल निर्देशात्मक सुविधा के रूप में कार्य करता है। यह पहाड़, बर्फ और ऊंचाई वाले युद्ध के विकासात्मक आदानों मे भी सहायक सिद्ध हुए हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश के महू स्थित काॅलेज आॅफ कौम्बैट/आर्मी वार काॅलेज के बारे मे भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह संस्थान सेना के लिए रणनीति, सैन्य तंत्र के लिए अवधारणाओं और सिद्धांतों का विकास एवं मूल्यांकन करता है। उन्होंने राज्यपाल को आरट्रैक का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया।