संदीप उपाध्याय
शिमला. हिमाचल प्रदेश की सियासत अब पूरी तरह लोकसभा चुनाव के मोड में है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा की चुनावी रैलियां शुरु होने जा रहीं हैं, तो कांग्रेस सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूरी सरकार को गांव की ओर भेजने का निर्णय लिया है। जिससे जनता के बीच सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों का प्रचार हो सके। मुख्यमंत्री को विश्वास है कि प्रदेश की जनता सरकार के द्वारा व्यवस्था परिवर्तन की सोच के आधार पर शुरु की गई जनकल्याण कारी योजनाओं और विकास कार्यों के चलते कांग्रेस का साथ देगी। अब देखना होगा कि प्रदेश की जनता किसके साथ चलती है। जनता को अपने-अपने पक्ष में करने के लिए कांग्रेस सरकार और भाजपा नेताओं ने जमीनी स्तर पर अभियान शुरु कर दिया है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने सरकार गांव के द्वार अभियान को शुरु करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत सरकार के सभी मंत्री और पार्टी के विधायक 8 जनवरी से 12 जनवरी तक गांव-गांव में जाकर जनता से संपर्क करेंगे। सभी मंत्री और विधायक गांवों के समूहों से सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करेंगे। इसके साथ की गांव की जनता की समस्याओं को सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे। सरकार के इस अभियान का लोकसभा चुनावों में कितना फायदा कांग्रेस पार्टी को मिलेगा, यह तो समय बताएगा। लेकिन यह तय है कि गांव-गांव तक सरकार की योजनाओं का प्रचार होगा और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी जोश में आएंगे। वहीं भाजपा ने भी लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। देखा जाए तो भाजपा लगातार ही किसी ने किसी कार्यक्रम के साथ जनता के बीच एक्शन मोड में रहती है। लेकिन अब लोकसभा चुनावों को देखकर राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा की रैली और रोड शो का आयोजन हो रहा है। नड्डा 5 जनवरी को सोलन में रोड शो और रैली के बाद शिमला में भी कार्यक्रम में भाग लेंगे। एक तरह से शिमला संसदीय क्षेत्र में प्रचार अभियान की शुरुआत होगी। अभी लोकसभा चुनावों की घोषणा नहीं हुई है लेकिन अनुमान है कि अब 4 माह ही लोकसभा चुनाव के लिए बचे हैं। इस दौरान कभी भी चुनाव हो सकते हैं। प्रदेश की चारों लोकसभा सीट पर जीत का दावा कांग्रेस व भाजपा नेता कर रहे हैं। देखना होगा कि प्रदेश की जनता केंद्र में किसकी सरकार बनाने के लिए मतदान करती है।