संदीप उपाध्याय
शिमला. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल में आई आपदा को लेकर प्रदेश के चारों सांसदों को कटघरे में खड़ा किया है। सुक्खू ने सांसदों से सवाल किया है कि वह हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधि हैं। प्रदेश में भारी आपदा आई है, चारों तरफ बारिश से तबाही मची है। संसद का सत्र चल रहा है, क्या प्रदेश के चारों सांसदों ने संसद में सवाल उठाया कि हिमाचल में भारी आपदा आई है, वहां पर राहत प्रदान की जानी चाहिए। चारों सांसदों ने क्या प्रधानमंत्री या गृहमंत्री से मिलकर हिमाचल की मदद की मांग की है। सुक्खू ने कहा कि सांसद भी हिमाचल की जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं, तो क्या संसद में सवाल नहीं उठाया जा सकता था कि हिमाचल में आई आपका के लिए आप क्या मदद कर रहे हो।
हिमाचल प्रदेश की चार संसदीय क्षेत्र में से कांगड़ा भाजपा के किशन कपूर, हमीरपुर से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और शिमला सुरेश कश्यप भाजपा के सांसद हैं, तो मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस की प्रतिभा सिंह सांसद हैं। सुक्खू ने सिर्फ भाजपा सांसदों पर सवाल नहीं उठाए, बल्कि कहा है कि चारों सांसदों ने दिल्ली में केंद्र सरकार के समक्ष हिमाचल की जनता को मदद पहुंचाने की आवाज नहीं उठाई। सुक्खू ने कहा कि भाजपा के सांसद आपदा में राजनीति कर रहे हैं, लेकिन हिमाचल की जनता आपसे पूछेगी कि जब हिमाचल में आपदा आई थी और लोगों को मदद की जरुरत थी, तब आप दिल्ली में क्या कर रहे थे। सुक्खू ने बिहारी मजदूरों के बारे में दिए गए बयाने के बारे में कहा कि वह दिल्ली में बैठकर मेरे बयान के बारे में बात कर रहे हैं। वह बताएं कि मैंने कहां ऐसी बात कही है। सुक्खू ने कहा कि आप हिमाचल के लोगों के वोट के द्वारा चुन कर गए हैं। आप सत्ता सुख तो प्राप्त कर रहे हैं लेकिन हिमाचल के लोगों की आवाज संसद में उठाने में नाकाम रहे हैं। हिमाचल के लोगों को आपदा के समय राहत की जरुरत है। मैं हर संभव पीड़ित लोगों की मदद कर रहा हूं। हिमाचल में भाजपा के तीन सांसद हैं, जिनमें से अनुराग ठाकुर केंद्रीय मंत्री हैं लेकिन हिमाचल की आवाज केंद्र सरकार के समक्ष नहीं उठा पा रहे हैं। जिससे साबित होता है कि हिमाचल की आपदा को लेकर बयानबाजी तो कर रहे हैं लेकिन राहत की बात नहीं कर रहे हैं। सुक्खू के इस हमले के बाद प्रदेश के चारों सांसद बेक फुट पर आ गए हैं। यह सच्चाई है कि कांग्रेस के हों या भाजपा के, किसी भी सांसद ने दिल्ली में हिमाचल में आई आपदा के समय राहत देने के बात नहीं की है। सुक्खू लगातार हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रहे हैं लेकिन हिमाचल की जनता के वोट लेकर संसद में पहुंचे किसी भी सांसद ने आवाज नहीं उठाई है। सुक्खू के इस हमले के बाद अब किसी भी सांसद के पास जवाब नहीं है। वह वाकई में संसद में हिमाचल की आवाज नहीं उठा पाए हैं।