सबसे प्रचलित वैगन से फ्रेट मालगाड़ियों की गति में वृद्धि
पमरे से पिछले पाँच दिन में 150 फ्रेट मालगाड़ियों का संचालन 75 केएमपीएच की गति से
भारतीय रेल मे
जबलपुर : पश्चिम मध्य रेल अपने फ्रेट मालगाड़ियों की गति को नंबर वन रखते हुए 75 केएमपीएच की गति से संचालन शुरू किया। उल्लेखनीय है कि प्रचलित वैगन BOXNHL फ्रेट मालगाड़ियों का संचालन 60 केएमपीएच की जगह अब 75 केएमपीएच से किया जा रहा है।
पमरे के मुख्य सेक्शनों जिनमें फ्रेट लोड अधिक है। मुख्यतः बीना से कटनी मुड़वारा (261 किमी) , बीना से भोपाल (140 किमी) एवं बीना मालखेड़ी से गुना (118 किमी) इन तीनों सेक्शनों पर फ्रेट लोडेड मालगाड़ियों की गति 75 केएमपीएच का परिचालन शुरू किया है।मालगाड़ियों के वैगनों को मुख्यतः कोयला एवं क्लिंकर वैगन (BOXNHL) , सीमेंट वैगन (BCNHL) एवं आयरन शीट वैगन (BOSTHS) इत्यादि इस तरह 08 प्रकार का स्टॉक है। पमरे में प्रचलित वैगन BOXNHL को 75 केएमपीएच की गति के लिये शुरू कर दिया गया है, एवं अन्य स्टॉको के लिए कार्यवाही प्रगति पर है।
अधिकतम गति के लिए ओएमआरएस (ऑनलाइन मॉनिटरिंग रॉलिंग स्टॉक) और डब्लूआईएलडी (व्हील इम्पेक्ट लोड डेडक्टर) उपकरणों को रूटों पर प्रतिस्थापित किया गया है। ओएमआरएस को अनूपपुर से कटनी के बीच लगाया गया है। जिससे वैगनों के असामान्य स्थति की जानकारी हमको न्यू कटनी जंक्शन में मिलती है। इसके साथ ही साथ डब्लूआईएलडी को भी लगाया गया है जो कि कटनी से दमोह एवं बीना से भोपाल के बीच प्रतिस्थापित है। इस प्रकार फ्रेट लोडेड वैगनों में कोई खराबी आती है तो तुरंत ही ऑन लाइन प्रणाली के माध्यम से सूचित हो जाती है। जिससे त्वरित कार्यवाही होना सुनिश्चित होता है।
दिनाँक 21 जून 2021 से पश्चिम मध्य रेल में प्रचलित वैगन BOXNHL फ्रेट लोडेड मालगाड़ियों को कटनी मुड़वारा – मालखेड़ी रेल खण्ड से 08 फ्रेट ट्रेनें , बीना-गुना रेल खण्ड से 15 फ्रेट ट्रेनें एवं बीना – भोपाल रेल खण्ड से 07 फ्रेट ट्रेनें का संचालन प्रतिदिन हो रहा है। इस प्रकार पमरे में प्रतिदिन 30 फ्रेट मालगाड़ियां 75 केएमपीएच की गति से चल रही है। पिछले पांच दिन में 150 से अधिक फ्रेट मालगाड़ियां ने परिचालन करके कीर्तिमान स्थापित किया है। आगे भी इसी तरह फ्रेट ट्रेन की गति में वृद्धि होगी।
गौरतलब है कि पश्चिम मध्य रेल पिछले चार महीनों से फ्रेट लोड की औसत गति में नंबर वन जोन बना हुआ है। जहाँ फ्रेट मालगाड़ियों की औसत गति 61 केएमपीएच रही हैं, और इस गति को आगे वृद्धि करने से गति और बढ़ेगी। जब इस गति को बढ़ाया तो रेल खण्डों को काफी फायदा होगा तथा औसत गति 75 केएमपीएच तक वृद्धि होगी।
- रेल खण्डों की क्षमता बढ़ेगी। जिससे फ्रेट मालगाड़ियों के संचालन में तेजी आएगी। अधिक से अधिक माल ढुलाई के लादान में वृद्धि होगी।
- रेकों का टर्न अराउंड कम हो जायेगा।