
-अभियान के दस साल पूरे होने पर छोटूराम धर्मशाला में किया गया जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित
-कार्यक्रम में उपस्थित आंगनवाड़ी सुपरवाईजरों व वर्करों को अभियान को सफल बनाने की दिलाई गई शपथ
-जिला में लिंगानुपात को बढ़ाने के लिए आंगनवाड़ी वर्करों की अहम भूमिका, ताकि भू्रण हत्या करने वालों पर कसा जाए शिकंजा
– बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान से फैली जागरूकता से जिला का लिंगानुपात 867 से बढक़र हुआ 901
-जिला स्तरीय कार्यक्रम में वीसी के माध्यम से दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम का भी किया गया सीधा प्रसारण
सोनीपत, 22 जनवरी। महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी प्रवीण कुमारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पानीपत की धरती से शुरू किए गए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान ने बेटियों के प्रति समाज की सोच को बदला है। जहां पहले लोगों अपनी बेटियों को बाहर भेजने व पढाने व खेलों में भेजने के लिए कतराते थे लेकिन आज इस अभियान ने समाज की सोच को बदला है और आज का समाज बेटियों को अपना सम्मान व अभिमान मानकर उनके आगे बढऩे में पूरा सहयोग करता है, जिससे बेटियां आज खेल, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर रही हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के दस वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा छोटूराम धर्मशाला में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विभाग की परियोजना अधिकारी प्रवीण कुमारी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित आंगनवाड़ी सुपरवाईजरों व वर्करों को अभियान को सफल बनाने की शपथ दिलाई और आह्वïान किया कि जिला में लिंगानुपात को बढ़ाने में आंगनवाड़ी वर्करों की अहम भूमिका होती है क्योंकि उसे ही गांव के बारे में पता रहता है कि गांव की कौन सी महिला गर्भवती है, गर्भवती महिला के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के साथ-साथ इस बात का भी ध्यान रखें कि कहीं कोई गर्भपात तो नहीं करवा रहा है। अगर आपको कहीं भी भ्रूण हत्या करने वालों के बारे में पता चलता है तो तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई करवाने में सहयोग करें ताकि भू्रण हत्या करने वालों पर शिकंजा कसा जा सके। कार्यक्रम के दौरान विडियों कांफ्रेंस के माध्यम से दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम का भी सीधा प्रसारण किया गया।
उन्होंने कहा कि जब 2015 में इस अभियान की शुरूआत की गई उस समय हरियाणा अपने लिंगानुपात और बेटियों की स्थिति को लेकर चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा था। लेकिन आज, हम गर्व से कह सकते हैं कि यह अभियान न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश में एक आंदोलन बन चुका है। अभियान से फैली जागरूकता के कारण आज जिला का लिंगानुपात 867 से बढक़र हुआ 901 हो गया है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा भी महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में आगे लाने के लिए विभिन्न योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन हुआ है।
उन्होंने कहा कि बेटियों को परिवार, समाज और राष्ट्र का केंद्र बनाने का जो सपना देखा था, वह आज साकार होता दिख रहा है। स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस अभियान को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। कन्या भ्रूण हत्या पर सख्ती से रोक लगाने के लिए कानूनों को प्रभावी बनाया। यह 10 वर्षों का सफर हमारे लिए प्रेरणा है, लेकिन अभी भी हमें लंबा रास्ता तय करना है। हमारा उद्देश्य केवल बेटियों को बचाना और पढ़ाना नहीं है, बल्कि उन्हें हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है।
इस मौके पर डब्ल्यूसीडीपीओ गीता गहलावत, निर्मल, सुशीला, जसवंती सहित सुपरवाईजर, आंगनवाडी वर्करों सहित विभिन्न गांवों की महिलाएं मौजूद रही
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