सुजानपुर : ताउम्र प्रदेश के परिवहन निगम में विकट भोगौलिक परिस्थितियों में भी सेवाएं देने वाले सेवानिवृत्त परिवहन कर्मचारियों के डी.ए. के वित्तीय लाभों पर प्रदेश सरकार कुंडली लगाकर बैठकर गई है। आश्वासनों के सिवाय कब वित्तीय लाभ चुकता किए जाएंगे, यह कोई नहीं जानता। पैंशन भी कभी महीने के आखिर और कभी-कभी 2-3 माह मिलती है। अपनी इस व्यथा को लेकर जब मंगलवार को परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के जिलाध्यक्ष अजमेर सिंह ठाकुर, प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सहित अन्य पदाधिकारियों ने विधायक राजेंद्र राणा से उनके निवास स्थान पटलांदर में उनसे मुलाकात की, तो विधायक राजेंद्र राणा भी सिहर उठे। विधायक राजेंद्र राणा ने आश्वासन दिया कि उनकी इन जायज मांगों को मानसून सत्र में जोर-शोर से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बड़े दुख और शर्म की बात है कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उम्र के इस पड़ाव में आकर अपने हकों को पाने के लिए भटकना पड़ रहा है।
विद्युत उत्पादन से राष्ट्र का सशक्तिकरण
वर्ल्ड बैंक द्वारा भेजे गए पैसे कंपनी को क्यों नहीं मिले, कहां गए : जयराम ठाकुर
ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सुदृढ़ीकरण प्रदेश सरकार की प्राथमिकता: मुख्यमंत्री
वोकल फार लोकल है देश की मजबूती का आधार-डॉ अरविंद शर्मा
“कांग्रेस सरकार के 3 साल: व्यवस्था पतन, कर्ज और जनहित की अनदेखी के तीन वर्ष” – डॉ. राजीव बिंदल
मुख्यमंत्री की ओर से 30,000 से अधिक परिवारों को 377 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि वितरित करने की प्रक्रिया शुरू