सोनिया गांधी तक नहीं पहुंचा यह पत्र, पत्र की कोई प्रमाणिकता नहीं, कानूनी कार्रवाई करुंगा
शिमला. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने सोशल मीडिया में वायरल हुए पत्र के बारे में चुनौती देते हुए कहा कि मेरे ऊपर जो आरोप लगाए हैं, वह परदे के पीछे से नहीं, सामने आकर आरोप लगाएं, मैं उनका जवाब सामने से दूंगा। राठौर ने कहा कि ऐसे अप्रमाणित पत्र में लगे आरोप कोई मायने नहीं रखते हैं। राठौर ने दाबा किया कि यह पत्र पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी तक नहीं पहुंचा है। राठौर ने कहा कि पत्र में लगाए गए आरोपों को लेकर वह कानूनी कार्रवाई करेंगे। जिन लोगों ने पत्र लिखा है और जिन लोगों ने इसे वायरल किया है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। राठौर ने कहा कि इस पत्र की कोई प्रमाणिकता नहीं है, यह किसने जारी किया, किन लोगों ने हस्ताक्षर किए, किसी का पता नहीं है। राठौर ने कहा कि इस तरह के पत्र मुख्यमंत्री और मंत्री के खिलाफ भी आए हैं जिन पर बहुत ही गंभीर व गंदे आरोप लगाए गए थे। लेकिन ऐसे पत्रों का कोई महत्व नहीं है। राठौर कहते हैं यह पत्र बम फटने के पहले ही फुस्स हो गया, मैं पत्र बम की परिभाषा ही नहीं समझता। राठौर ने कहा कि इसमें पूरे कांग्रेस नेता शामिल हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राठौर ने संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि यह विपक्षी दल का षड़यंत्र है या उनके आईटी सेल का षड़यंत्र है, इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यप्रणाली को लेकर एक पत्र मीडिया में वायरल हुआ है। जिसने कांग्रेस की सियासत में हंगामा खड़ा कर दिया है। पांच पन्नों का पत्र पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पदाधिकारियों ने लिखा है। पत्र का सार यह कहा जा सकता है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर का कामकाज खराब है, राठौर को हटाकर नया प्रदेशाध्यक्ष बनाने की आवश्यकता है। इसके साथ कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्हें भी हटाने की मांग की है। नया प्रदेशाध्यक्ष के लिए दिग्गज नेताओं कौल सिंह ठाकुर, जीएस बाली, रामलाल ठाकुर, मुकेश अग्निहोत्री, सुधीर शर्मा, हर्ष वर्धन चौहान, राजेंद्र राणा आशा कुमारी, प्रतिभा सिंह, सुखविंदर सिंह सुक्खू आदि के नाम दिए हैं। प्रदेशाध्यक्ष पद के सभी दावेदार नेताओं के राजनैतिक सफर के साथ कमियों को लेकर चिट्ठे खोले गए हैं। लेकिन रामलाल ठाकुर की तारीफ की गई है। यह पत्र उस समय सामने आया है, जब प्रदेशाध्यक्ष पद पाने के लिए दिग्गज नेताओं में लॉबिंग चल रही है और सभी नेता दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं। जिससे इस पत्र ने पार्टी नेताओं के बीच हंगामा खड़ा कर दिया है। अब सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर पत्र किसने जारी किया होगा। पत्र के बारे में कांग्रेसी नेता कहते हैं कि लिखने वाला खुद एक्सपोज हो गया, वह नाम भी बता रहे लेकिन मैं यहां नाम नहीं लिख रहा हूं। वायरल पत्र के मामले में कुलदीप सिंह राठौर ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि वह इस मामले में कानून कार्रवाई करेंगे। कांग्रेस के इस पत्र बम ने नेताओं के बीच हलचल तो पैदा कर दी है। कांग्रेसी नेता समझ रहे हैं कि पत्र किसके द्वारा लिखा गया होगा। यह पत्र हाईकमान के दरबार में भी पहुंच गया है। कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि पत्र दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए लिखा गया है लेकिन इसका नुकसान पत्र की साजिश रचने वाले को ही होगा।