शिमला. हिमाचल प्रदेश को जल्द ही बल्क ड्रग पार्क को तोहफा मिलेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर प्रदेश को बल्क ड्रग पार्क देने की मांग की हे। बल्क ड्रग पार्क से संबंधित सभी औपचारिकताएं प्रदेश का उद्योग विभाग 6 माह पहले की पूर्ण कर चुका है, बस अब घोषणा ही बाकी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हिमाचल को मिलने वाले बल्क ड्रग पार्क को अपनी बड़ी उपलब्धि में गिनाना चाहते हैं। हिमाचल को बल्क ड्रग पार्क मिले, इसके लिए मुख्यमंत्री ने दिल्ली में जाकर केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के समक्ष भी पैरवी की थी। अब उम्मीद है कि इसका ऐलान जल्द हो जाएगा।
बीबीएन में प्रस्तावित बल्क ड्रग पार्क का स्थान बदला गया और इसे ऊना जिले के हरोली में बनाने का नया प्रस्ताव बना। हरोली का क्षेत्र कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर के संसदीय क्षेत्र में आता है। इसकी तैयारियां करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हरोली में प्रस्ताविक बल्क ड्रग पार्क के लिए जमीन का भी निरीक्षण किया और दूरबीन लगाकर लंबी दूरी तक जमीन का मुआएना किया। बल्क ड्रग पार्क में निवेशकों को आमंत्रित करने के मकसद से मुख्यमंत्री ने फार्मा उद्योग से जुड़े उद्योगपतियों के साथ मीटिंग भी कर ली।
ऊना में बल्क ड्रग पार्क के लिए जमीन देखते समय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार ने देश में तीन बल्क ड्रग पार्क स्थापित करने का निर्णय लिया है और प्रदेश सरकार इनमें से एक ड्रग पार्क राज्य के लिए स्वीकृत होना तय है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हरोली क्षेत्र में इस पार्क को स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिससे इस पार्क में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश सुनिश्चित होने के अलावा क्षेत्र के हजारों युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार उद्यम स्थापित करने के अवसर प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि बल्क ड्रग पार्क को विकसित करने के लिए केंद्र सरकार से 1000 करोड़ रुपए का अनुदान प्राप्त होगा। जिससे प्रदेश में फार्मा उद्योग स्थापित करने वाले उद्योगपतियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बल्क ड्रग पार्क के लिए 1400 एकड़ भूमि का चयन सरकार के द्वारा किया जा चुका है।
राम सुहाग सिंह के प्रयास रंग लाएंगे
प्रदेश के खाते में बल्क ड्रग पार्क डालने में उद्योग विभाग के सचिव राम सुहाग सिंह का महत्वपूर्ण योगदान माना जाएगा। बल्क ड्रग पार्क के लिए केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित मापदंडों को राम सुहाग सिंह के प्रयासों से पूरा किया गया। देश के छोटे से राज्य में केंद्र के मापदंडों को पूरा कर बड़े-बड़े प्रदेशों को पीछे छोड़ दिया है जो बल्क ड्रग पार्क हासिल करने का प्रयास कर रहे थे। राम सुहाग सिंह ने केंद्र सरकार के समक्ष बेहतर प्रेजेंशन दी, जिसका ही परिणाम है कि अब हिमाचल को बल्क ड्रग पार्क बनने की उम्मीद बंधी है।
तिलक राज शर्मा ने किया जमीनी काम
हिमाचल प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्रों का विकास करने, नई औद्योगिक पॉलिसी बनाकर निवेशकों को लुभाने में माहिर उद्योग विभाग के एडिशनल डायरेक्टर तिलक राज शर्मा ने बल्क ड्रग पार्क के जमीनी स्तर पर बेहतर काम किया है। तिलक राज शर्मा केंद्र सरकार के औद्योगिक पॉलिसियों के अनुसार ही हिमाचल में उद्योगपतियों को पॉलिसी बनाने का कार्य करते हैं। वह लंबे समय तक प्रदेश के कई औद्योगिक क्षेत्रों में कार्य कर चुके हैं, जिससे उनको औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित करने का मौका मिला है। बल्क ड्रग पार्क के लिए तिलक राज शर्मा ने केंद्र सरकार के मापदंडों के अनुसार जमीन की उपलब्धता, मैन रोड से कनेक्टिविटी, औद्योगिक क्षेत्रों में उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की व्यापक प्रेजेंटेशन बनाने के लिए कार्य किया। वह लगातार विभाग के अधिकारियों और केंद्र सरकार के संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करते रहे। जिसके कारण ही हिमाचल प्रदेश केंद्र सरकार के मापदंडों को पूरा करने में सफल रहा है।
प्रधानमंत्री से मिले मुख्यमंत्री, मांगा बल्क ड्रग पार्क
नई दिल्ली . मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट कर उन्हें राज्य सरकार द्वारा अपनाए जा रहे कोविड प्रोटोकॉल और टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना की दूसरी लहर से सफलतापूर्वक निपटने संबंधी जानकारी देते हुए संभावित तीसरी लहर से निपटने के प्रबंधों के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने टीकाकरण कार्यक्रम को तेजी से निष्पादित करने के लिए मुख्यमंत्री को बधाई दी।
जय राम ठाकुर ने प्रधानमंत्री से राज्य को बल्क ड्रग एवं मेडिकल डिवाइसेज पार्क स्वीकृत करने का आग्रह किया, जिससे प्रदेश में न केवल औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि रोजगार सृजन भी होगा। उन्होने प्रदेश में हवाई संपर्क सदृढ़ करने के लिए मंडी जिला के नागचला में प्रस्तावित हवाई अड्डे के निर्माण के लिए धनराशि उपलब्ध करवाने की मांग की। उन्होने इस अवसर पर प्रदेश में सड़क नेटवर्क सुदृढ़ करने के बारे में भी चर्चा की।