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अंबेडकर साहब की प्रतिमा तोड़े जाने की घटना की जांच माननीय उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से कराई जाए: बाजवा
अमृतसर, 27 जनवरी
गणतंत्र दिवस के अवसर पर अमृतसर साहिब के हेरिटेज स्ट्रीट स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने की घटना को बेहद शर्मनाक और निंदनीय घटना बताते हुए पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि 26 जनवरी को जब संविधान लागू होगा, 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पूरा देश बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर जी को याद कर रहे थे, इसलिए उसी दिन गुरु की नगरी श्री अमृतसर साहिब में उनकी प्रतिमा को तोड़ने की घटना अत्यंत दुखद है।
बाजवा ने कहा कि 26 जनवरी को जब चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है और खुफिया एजेंसियां विशेष रूप से सतर्क हैं, तब गुरु की नगरी, श्री अमृतसर साहिब की हेरिटेज स्ट्रीट जैसी जगह, जहां लाखों श्रद्धालु हर दिन दरबार साहिब में माथा टेकने जाते हैं, वहां बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर जी की प्रतिमा के साथ की गई तोड़फोड़ पंजाब में कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करती है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति सबके सामने है। पंजाब में रोजाना बम धमाके और पंजाब में लूटपाट इतनी हो रही है कि अब तो बाबा साहेब जिनके संविधान की शपथ लेकर भगवंत मान मुख्यमंत्री बने हैं, उनका इस तरह से खुलेआम अपमान किया जा रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। अपने बॉस केजरीवाल को खुश करने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
बाजवा ने आगे कहा कि पिछले पांच महीनों से एक भी कैबिनेट मीटिंग नहीं हुई है और पंजाब सरकार ने पंजाब विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुलाने से भी परहेज किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। वह केवल केजरीवाल के प्रति अपनी भक्ति दिखा रहे हैं, जो बहुत शर्म की बात है।
बाजवा ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर मान सरकार को जिम्मेदार ठहराया और पंजाब पुलिस पर असंतोष जताते हुए कहा कि इस शर्मनाक घटना के पीछे गहरी साजिश है जिसका पर्दाफाश होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम पूरी कांग्रेस पार्टी इस शर्मनाक घटना की कड़ी निंदा करते हैं तथा मांग करते हैं कि इस घटना की जांच माननीय उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराई जाए।