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चंडीगढ़, 7 फरवरी
आम आदमी पार्टी (आप) नीत पंजाब पर अवैध खनन पर ध्यान न देने का आरोप लगाते हुए पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि अवैध खनन में आप नेतृत्व की संलिप्तता की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, ‘आप के सत्ता में आने के बाद अवैध खनन के मामले कई गुना बढ़ गए हैं| सभी मीडिया संगठनों ने समय-समय पर ऐसी घटनाओं की सूचना दी है। हाल ही में एक मामले में जीरकपुर (डेराबस्सी) में बनूर नहर बांध में गाद निकालने के काम की आड़ में दिन-रात अवैध खनन का काम जोरों पर चल रहा है। इससे पहले अमृतसर के बाबा बकाला और पंजाब के कई अन्य जिलों में अवैध खनन की घटनाएं सामने आई थीं। हालांकि, सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाजवा ने कहा कि कुछ हफ्ते पहले ही पंजाब के लोकपाल जस्टिस विनोद के शर्मा (सेवानिवृत्त) ने आप मंत्री बरिंदर कुमार गोयल और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ| आदर्श पाल विग को मोहाली जिले में अवैध खनन रोकने में सरकारी मशीनरी की विफलता के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। ऐसा लगता है कि आप सरकार को इसकी जरा भी परवाह नहीं है।
उन्होंने कहा, पंजाब में अवैध खनन को खत्म करने के लिए यह आम आदमी पार्टी की मुख्य चुनावी बयानबाजी में से एक थी। इसने खनन से सालाना 20000 रुपये का राजस्व जुटाने की भी कसम खाई। तीन साल में उसे 60,000 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करना चाहिए था। फिर भी, यह अवैध खनन को रोकने और उपरोक्त राजस्व अर्जित करने के लिए अक्षम रहा। ऐसा लगता है कि आप या इसका नेतृत्व प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मौद्रिक लाभ के लिए अवैध खनन में लिप्त है।
स्वतंत्र एवं निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग करते हुए बाजवा ने कहा कि पुलिस, प्रशासन और नौकरशाही समेत पंजाब सरकार की मशीनरी आप नेतृत्व के प्रभाव या दबाव में काम कर रही है। इसलिए, अवैध खनन के मामलों की जांच पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त या वर्तमान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा की जानी चाहिए।