शिमला. प्रदेश के लाखों बेरोजगार के साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और मंत्री मिलकर धोखा कर रहे हैं। मेरिट को दरकिनार कर चोर दरवाजे से चिटों पर चहेतों को नौकरी दी जा रही है। मुख्यमंत्री पर सीधे तौर पर यह आरोप विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने लगाए। अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में 12 लाख से अधिक बेरोजगार हैं, जिन्हें रोजगार देने में प्रदेश सरकार नाकाम रही है। अपने चहेतों को चिटों पर नौकरी दी जा रही है। पहले जल जीवन मिशन के तहत मुख्यमंत्री और मंत्री ने मिलकर अपने चहेतों को नौकरी दी, जिसमें धर्मपुर और सराज विधानसभा के लोगों को ही नौकरी मिली। अब ऐसा ही प्रदेश सरकार हर विभाग में कर रही है। मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार में आउटसोर्स पर होने वाली भर्ती पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आउटसोर्स पर भरती करनी वाली कंपनियों को चिटें दी जा रहीं हैं और चिटों पर ही भर्ती हो रही है। अग्निहोत्री ने कहा कि अब सरकार ने नौकरी में मैरिट को पूरी तरह दरकिनार कर दिया है जिससे योग्य युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे को कांग्रेसी विधायकों ने विधानसभा में भी उठाया और सरकारी पक्ष से सही जवाब न मिलने पर सदन से वॉकआउट भी किया। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार औद्योगिक निवेश में दाबा करती है कि हजारों युवाओं को रोजगार हासिल होगा लेकिन मंदी के चलते औद्योगिक निवेश ही नहीं हुआ तो रोजगार मिलने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। कोरोना संकट काल में प्रदेश के हजारों युवाओं का रोजगार छिन गया है लेकिन सरकार न तो रोजगार दे सकी है और न ही किसी प्रकार की आर्थिक सहायता दी है। इस तरह भाजपा सरकार युवाओं को रोजगार प्रदान करने में पूरी तरह नाकाम है।