शिमला, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 राजीव बिन्दल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी की हालत खिसयानी बिल्ली खंबा नोचे वाली हो गई है। कांग्रेस पार्टी की प्रदेश अध्यक्षा प्रतिभा सिंह जी ने अनेक-अनेक स्थानों पर अपने हृदय का दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार कांग्रेस संगठन की नहीं सुनती है, न ही संगठन को सरकार में कोई महत्व मिलता है। उन्होनें अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस संगठन छिन्न-भिन्न हो रहा है और ऐसे में मैं सांसद का चुनाव नहीं लड़ना चाहती हूं। इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता, कैबिनेट मंत्री चैधरी चंद्र कुमार ने अपने दिल का दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू जी को चाहिए था कि वो विधायकों की बात सुनते, उनकी समस्याओं का समाधान करते, उनके इलाकों में विकास करते यदि वो ऐसा करते तो सरकार की यह दुर्गति डेढ़ साल में न होती। कांग्रेस के 6 विधायकों और 3 आजाद विधायकों ने मुख्यमंत्री व कांगे्रेस सरकार की कार्यशैली पर अनेक प्रकार के सवाल खड़े किए।
डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि जब कांग्रेस के नेता, कांग्रेस के अध्यक्ष सरकार की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर रहे है तो आम जनता इस निकम्मी सरकार के कारण पिस रही है। इसके विपरीत केन्द्र की नरेन्द्र भाई मोदी की सरकार लगातार देश के विकास के लिए, गरीब के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। पूर्व के विकास कार्यों को बंद करने का काम भी हिमाचल प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार कर रही है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि प्रदेश में हजारों परिवार ऐसे है, भारी बरसात के कारण जिनके खेत, खलियान व भूमि बह गई, उन्हें मुआवजे के तौर पर कुछ नहीं मिला है और जो 17,863 करोड़ रूपये केन्द्र की सरकार ने दिये और 11 हजार पक्के मकान दिए उस में भी बंदर बांट हुई। अनेक-अनेक लोग जिन्हें इसका लाभ मिलना चाहिए था उन्हें नहीं मिला। हिमाचल प्रदेश की वर्तमान सरकार भविष्य में संस्थान बंद करने वाली सरकार के नाम से जानी जाएगी जिसने हिमाचल में सत्ता में आते ही 1500 स्कूल, काॅलेज, अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, तहसीले, उप-तहसीले, पटवार सर्कल, वैटरनेरी डिस्पेंसरीज इत्यादि बंद करने का कीर्तिमान स्थापित किया।
डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि चुनाव में वोट मांगते समय कांग्रेस पार्टी से और मुख्यमंत्री से हिमाचल की जनता जानना चाहती है कि उन्होनें खुले हुए, चले हुए संस्थान क्यों बंद कर दिए और पिछले डेढ़ साल में एक भी नया संस्थान नहीं खोला। अब चुनाव में सिर्फ भाजपा को गाली देकर वोट मांगने का काम चल रहा है।